हम जातिवादी नहीं शुद्ध भौतिकवादी हैं . अगर हम जातिवादी होते तो हमारी जाति के अंदर की सारी समस्याएं कब की खत्म हो गई होतीं. हमारे लिए जातिवाद अवसरों को प्राप्त करने के लिए हथियार भर है. किन्तु जातिवादी आग्रहों/संस्कारों से हम मुक्त भी नहीं हैं. हमारा कायांतरण होना अभी बाकी है. शायद इसीलिए अंतर्जातीय विवाह के बाद भी जाति बनी रहती है . 'अंतर्जातीय' शब्द ही बताता है कि जाति का अस्तित्त्व कायम है.
No comments:
Post a Comment