Monday, November 15, 2010

जाति व्यवस्था एक सामाजिक -सांस्कृतिक बुराई है . इसे निर्मूल करने की लड़ाई में मैं भी अपने को शरीक मानता -कहता हूँ . आपका सुझाव स्वागत योग्य है . लोग छोटे स्तर पर ही सही, इस दिशा में अग्रसर भी हैं,अलबत्ता सरकार इसे प्रोत्साहित नहीं कर रही . ल...ेकिन यह अंतर्जातीय विवाह(अनुलोम -प्रतिलोम दोनों ही ) काफी नहीं है .मेरा अनुभव कहता है कि लोग ऐसी शादियाँ करके भी जाति से ऊपर नहीं उठ पाते .हाँ कुछ अपवाद अवश्य हैं .जाति व्यवस्था को निर्मूल करने का एकमात्र तरीका वर्ग चेतना को समृद्ध करते हुए वर्ग संघर्ष को तेज करना होगा .बाकी ये सारे तरीके सहयोगी उपाय हैं , एकमात्र नहीं .

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